राजस्थान के सियासी घमासान का 9वां दिन शनिवार सुबह से देर रात तक फोन टेपिंग में उलझा रहा। विधायकों की खरीद-फरोख्त पर जारी फोन टेपिंग पर सुबह भाजपा ने सवाल उठाए और सीबीआई जांच की मांग की तो देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांग ली, पूछा- फोन किस आधार पर टेप किए गए? ऑडियाे में शामिल दाे दलालाें उदयपुर के अशोक सिंह और ब्यावर के भरत मलानी ने वॉयस सैंपल देने से मना कर दिया।

इस बीच, आरोपी विधायकों के वाॅयस सैंपल लेने और पूछताछ के लिए पायलट खेमे की तलाश में जुटी एसओजी शनिवार को दिल्ली के होटल में पहुंची तो वहां भी पायलट सहित उनके 19 समर्थक नहीं मिले। इससे पहले शुक्रवार को एसओजी की टीम हरियाणा के मानेसर स्थित होटल में पहुंची तो उसे हरियाणा पुलिस ने रोक दिया। करीब एक घंटे बाद एंट्री मिली तब तक पायलट खेमा नदारद हो गया था।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आराेप लगाया कि इस खेमे को कर्नाटक में भेजे जाने की तैयारी है। हालांकि एसओजी ने कहा- विधायकों को जल्द ही ढूंढ लेंगे। एसीबी ने भी विधायकाें की खरीद-फराेख्त संबंधी ऑडियाे जांच के लिए एफएसएल भेजे हैं।

दूसरी ओर, सरकार की बाड़ाबंदी के बीच सीएम अशाेक गहलाेत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से 4 दिन में दूसरी बार मुलाकात की। इसे औपचारिक बताते हुए कहा गया कि कोरोना के बढ़ते एक्टिव मरीजों पर चर्चा हुई, लेकिन चर्चा रही कि बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है।

इसी में फ्लोर टेस्ट भी कराया जा सकता है। इस बीच, बीटीपी के दाेनाें विधायक गहलाेत से मिले और समर्थन देने का पत्र साैंपा। उधर, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने नौवें दिन चुप्पी तोड़ी तो बसपा सुप्रीमो मायावती भी गहलोत पर हमलावर हुई।

वसुंधरा बोलीं- मैं पार्टी की 3 दशक से निष्ठावान कार्यकर्ता

गहलाेत का साथ देने का आराेप झेल रही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने 9 दिन बाद चुप्पी ताेड़ी। कहा- कुछ लोग बिना तथ्यों के भ्रम फैला रहे हैं। मैं 3 दशक से पार्टी की निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा करती आई हूं। पार्टी के साथ खड़ी हूं। कांग्रेस अपने कलह का दोष भाजपा पर मढ़ रही है। इसका नुकसान जनता को उठाना पड़ रहा है।

मायावती बाेलीं- राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए

बसपा अध्यक्ष व पूर्व सीएम मायावती ने ट्वीट किया। कहा- सीएम गहलोत ने बसपा से दूसरी बार दगाबाजी कर विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और दलबदल कानून का  उल्लंघन किया। अब फोन टेप कराकर गैर कानूनी काम किया। राजस्थान में राज्यपाल को राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी चाहिए।

गहलोत पर बसपा का हमला, मायावती बाेलीं- राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए

बसपा अध्यक्ष व पूर्व सीएम मायावती ने ट्वीट किया। कहा- सीएम गहलोत ने बसपा से दूसरी बार दगाबाजी कर विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और दलबदल कानून का  उल्लंघन किया। अब फोन टेप कराकर गैर कानूनी काम किया। राजस्थान में राज्यपाल को राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी चाहिए।

क्या सरकार बचाने को फोन टेपिंग हुई, सीबीआई जांच हो : पात्रा

अब तक कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा का प्रदेश नेतृत्व ही जवाब दे रहा था। शनिवार को दिल्ली से हमला हुआ। प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा- भाजपा को साजिशन फंसाया जा रहा है। उन्होंने ऑडियो मामले की सीबीआई जांच की मांग की और कांग्रेस से 6 सवाल पूछे।

  • क्या आधिकारिक रूप से फोन टेपिंग की गई?
  • फोन टेपिंग संवेदनशील इश्यू नहीं है?