राजस्थान में सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस के बागी विधायक स्पीकर के नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट जा सकते हैं। बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने सचिन पायलट समेत 19 कांग्रेस विधायकों को नोटिस भेजकर 17 जुलाई तक जवाब देने को कहा है। उधर, बुधवार देर रात पायलट खेमे के 2 विधायक मुरारी लाल और रमेश मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हॉर्स ट्रेड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज कर दिया। दोनों ने कहा कि हमारी लड़ाई आत्मसम्मान की है। इनका कहना है कि हम गहलोत के काम से संतुष्ट नहीं हैं।

मुख्य सचेतक महेश जोशी ने विधानसभा सचिवालय में शिकायत की थी कि ये विधायक पार्टी की विधायक दल की बैठक से बिना सूचना दिए गैरहाजिर रहे।  जबकि पार्टी ने व्हिप जारी किया था। इन पर एंटी डिफेक्शन लाॅ (दल-बदल कानून) लागू होता है। इसके तहत विधायकों की सदस्यता खत्म किए जाने का प्रावधान है। सचिन पायलट, रमेश मीणा, विश्वेंद्रसिंह, दीपेंद्रसिंह, भंवरलाल शर्मा, हेमाराम चौधरी, मुकेश भाकर, हरीश मीणा समेत 19 विधायकों को बुधवार दोपहर में नोटिस भेजे गए थे।

'जादूगर गहलोत जनता को भ्रमित कर रहे' 
विधायक मुराली लाल ने कहा, 'लोग मुख्यमंत्री गहलोत को जादूगर कहते हैं। उन्होंने हम लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। यह इस बात को सिद्ध करता है कि वे वास्तव में असली जादूगर हैं। उनमें भ्रमित करने की क्षमता है। वे जादू से ऐसी चीज दिखा रहे हैं, जो हकीकत में नहीं है।' उन्होंने हम पर करप्शन के आरोप लगाए हैं। मैं उनसे पूछता चाहूंगा कि पिछली बार जब उनकी सरकार थी और बहुजन समाज पार्टी से जब हम कांग्रेस में आए थे तब हमने उनके कितने पैसे लिए थे। वे स्पीच देते थे कि इतने ईमानदार लोग, इतने ईमानदार विधायक मैंने जीवन में देखे नहीं तो उस समय हम इतने ईमानदार थे और आज भ्रष्ट कैसे हो गए? वे हमें डराना चाहते हैं, लेकिन हमारे संस्कार डरने वाले नहीं हैं।

'हम मुख्यमंत्री के काम से सहमत नहीं' 
विधायक रमेश मीणा ने कहा, 'सीएम ने जो स्टेटमेंट दिया है। वह अनुचित है। लोग उनकी कार्यशैली से और इनके कामकाज से असंतुष्ट थे। राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी हावी है। जनप्रतिनिधियों के काम नहीं हो रहे। हमने जो मांगे रखीं, उन पर सीएम ने ध्यान नहीं दिया।'

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- सरकार गिराने में जुटे थे पायलट
बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहली बार सीधा हमला करते हुए गंभीर आरोप लगाए। कहा- 'पायलट भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश में लगे थे। 20 करोड़ का सौदा था। मेरे पास इसके सबूत भी हैं।'