राजस्थान में कांग्रेस के अंदर छिड़ा सियासी संग्राम चरम पर है। सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को स्पीकर द्वारा अयोग्यता नोटिस देने के मामले में सोमवार को सुनवाई पूरी न हो पाने के कारण कोई फैसला नहीं सुनाया गया। कोर्ट में मंगलवार सुबह 10:30 बजे फिर सुनवाई होगी।
उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बागी नेता सचिन पायलट पर फिर सीधा हमला बोलते हुए तल्ख बयान दिए। उन्होंने कहा- सचिन पायलट कार्यकर्ताओं से कहते थे कि मैं बैंगन या सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं यहां सीएम बनने आया हूं। तय कर लो, कल तो तुम अशोक गहलोत के घर खड़े थे, परसों तुम एआईसीसी में सीपी जोशी के कमरे के बाहर खड़े थे, मैं तुम्हारे ऊपर कैसे विश्वास करूं?.... उनकी इसी गलत सोच ने उन्हें निकम्मा और नाकारा बना दिया था। उनकी इसी भाषा में हमने सात साल निकाले हैं।
राजस्थान का कल्चर ऐसा है कि हम नहीं चाहते थे कि दिल्ली में बैठे लोगों को लगे कि राजस्थान वाले आपस में लड़ रहे हैं। गहलोत ने कहा- जो कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष (एआईसीसी प्रेसीडेंट) बनने की ख्वाहिश रखे और फंडिंग मुंबई के कॉरपोरेट हाउस करें यानी अध्यक्ष एआईसीसी का और स्पॉन्सरशिप मुंबई से हो रही। क्या कभी ऐसा सुना है?
वहीं, कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा ने भी आराेप लगाया कि पायलट ने उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 35 करोड़ रु. देने का ऑफर दिया था। हालांकि, पायलट ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि ये आराेप बेबुनियाद हैं। मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। इन आरोपों से मैं दुखी हूं लेकिन हैरान नहीं। उन्होंने मलिंगा के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही।
वहीं, हाईकोर्ट में सोमवार को हुई बहस में स्पीकर की आेर से सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील दी कि स्पीकर ने सिर्फ नोटिस भेजा है, अयोग्य नहीं ठहराया। बता दें कि स्पीकर ने विधायकों से 21 जुलाई शाम 5:30 बजे तक जवाब देने को कहा है।
पायलट खेमे के विधायक बंधक हैं, उनके मोबाइल फोन तक छीन लिए गए: सीएम
गहलोत ने कहा- आपने कभी सुना कि कोई एआईसीसी अध्यक्ष बने और उसकी स्पाॅन्सरशिप मुंबई के कॉरपोरेट हाउस करें। जो वकील पायलट का केस लड़ रहे हैं, वे कॉर्पोरेट हाउस के ही हैं। उनकी एक पेशी की फीस 50 लाख रुपए होती है। पायलट के पास ये पैसा कहां से आ रहा है?
- सीएम बोले- पायलट खेमे के विधायक बंधक हैं। उनके माेबाइल फाेन छीन लिए गए हैं। नाई या वेटर से फाेन मांगकर वे राेते हुए हमें अपना दुखड़ा सुनाते हैं। हमारे यहां सभी विधायकों के फोन चालू हैं। किसी से बातचीत करने को लेकर भी उन पर कोई रोक नहीं है।
- पायलट साहब जयपुर से छिपकर जाते थे, पुलिस सुरक्षा छोड़ खुद गाड़ी चलाकर दिल्ली जाते थे।
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां व उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ दिल्ली गए, सबको मालूम है और सुबह मीडिया को कह रहे हैं कि हम तो दिल्ली गए ही नहीं। ये पायलट से सीख कर ऐसा बोल रहे।
- मैंने पायलट को मान सम्मान दिया, पर वो व्यक्ति पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने को तैयार हो गया।
- 7 साल पीसीसी अध्यक्ष रहना बड़ी बात होती है। सोनियाजी, राहुलजी का इतना विश्वास उन पर था। उन्होंने पिछले 6 माह ये साजिश की कि भाजपा के सहयोग से कैसे पार्टी से अलग होकर सरकार को टॉपल करें, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
- 7 साल में राजस्थान इकलाैता राज्य रहा, जहां कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बदलने की मांग नहीं उठी।
- वे राजस्थान में सरकार बनाने का श्रेय खुद लेते रहे, लेकिन हकीकत हमें पता थी। उनका व्यवहार पार्टी को नुकसान पहुुंचा रहा था, हम पार्टी हित में चुप रहे।
- यह खेल 10 मार्च की रात होना था। सुबह राजेश पायलट की पुण्यतिथि थी। कुछ लोग मानेसर जाने वाले थे लेकिन उस षडयंत्र को मैंने एक्सपोज कर दिया।
- हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा कभी नहीं सुना होगा कि कोई पार्टी का हेड अपनी सरकार गिराने की साजिश करे...मैंने भी एेसा कभी नहीं सुना।
- दो दिन पहले मेरे पास खबर आई कि मुख्यमंत्री के मिलने वालों के छापे पड़ेंगे और ऐसा ही हुआ। ईडी, और इनकम टैक्स के छापे पड़ गए।
आरोप बेबुनियाद, मलिंगा पर कानूनी कार्रवाई करेंगे
प्रदेश में सियासी घमासान को लेकर सीएम गहलोत बीते 11 दिनों में कई बार सचिन पायलट पर तीखे हमले कर चुके हैं। लेकिन पायलट ने सोमवार को पहली बार अपनी चुप्पी तोड़कर सार्वजनिक बयान जारी किया। सचिन ने अपने अाधिकारिक वॉट्सएप ग्रुप पर स्टेटमेंट जारी कर कहा- इस तरह के बयानों से दुखी हूं लेकिन हैरान नहीं। यह राजस्थान में सरकार के नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाने का नतीजा है। यह हमला मेरी छवि खराब करने की कोशिश है। मलिंगा के आरोपों का खंडन करते हुए कहा- मुझ पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए यह सब किया जा रहा है। लेकिन मैं अपने विश्वास से नहीं डिगूंगा।
हमने पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं किया, सिर्फ नेतृत्व बदलने की मांग है : विश्वेन्द्र सिंह
कांग्रेस से निलंबित किए गए विश्वेंद्र सिंह ने कहा, राजस्थान सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। यह किसी से छुपा नहीं है। परसों तक मैं कैबिनेट मंत्री था। अब मुझ पर एसीबी और एसओजी के केस लगा दिए। हमने पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं किया और ना ही कर रहे हैं। केवल नेतृत्व बदलने की मांग की थी, जो अब भी कर रहे हैं।
मेहनत पायलट ने की और गहलोत मुख्यमंत्री बन गए, उनका बयान बौखलाहट भरा : हेमाराम चौधरी
पायलट खेमे के हेमाराम चौधरी ने वीडियो जारी कर कहा कि राजस्थान की सरकार बनाने के लिए सचिन पायलट ने मेहनत की और अशोक गहलोत सीएम बन गए। पूर्व में परसराम मदेरणा, सीपी जोशी के साथ भी यही हुआ। गहलोत ने पायलट के खिलाफ जो वक्तव्य दिया वह बौखलाहट भरा है। उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।
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